संदेश

Quwwat-ul-Islam Mosque Delhi - क़ुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद दिल्ली

चित्र
Quwwat-ul-Islam Mosque Delhi - क़ुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद दिल्ली         क़ुतुब परिसर के भीतर स्थित अपनी तरह के सबसे जटिल और विवादास्पद स्मारकों में से एक है, दिल्ली की पहली मस्जिद  - क़ुव्वत-उल-इस्लाम।          जबकि इसका करीबी पडोसी, क़ुतुब मीनार अपनी विशाल उपस्थिति का दावा करता है, मस्जिद को कुख्यात रूप से एक हिंसक और सांप्रदायिक अतीत की याद के रूप में देखा जाता है। मीनार और मस्जिद की साक्षेप सार्वजनिक स्थिति में एक उल्लेखनीय विरोधाभास है, मीनार को एक ऐतिहासिक और वास्तुशिल्प स्मारक के रूप में मनाया जाता है, तो मस्जिद को विनाश, आघात और कट्टरता के भयावह प्रमाण के रूप में देखा जाता है।  Quwwat-ul-Islam Mosque - क़ुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद                इस संरचना का सबसे विवादास्पद हिस्सा, मुख्य सार्वजनिक प्रवेश द्वार पर रखा गया शिलालेख है, जो क़ुतुब-उद-दीन ऐबक को जिम्मेदार ठहराते हुए कहता है - इस सामूहिक मस्जिद को बनाने के लिए 27 हिन्दू और जैन मंदिरों को नष्ट कर दिया गया था।    Quwwat-ul-Islam Mosque  - क़ुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद - History - इतिहास             Quwwat-ul-Is

Qutub Minar - क़ुतुब मीनार

चित्र
Qutub Minar - क़ुतुब मीनार         क़ुतुब मीनार शायद दिल्ली और भारत के सबसे प्रतिष्ठित और पहचान योग्य स्थलों में से एक है। दिल्ली के महरौली क्षेत्र में स्थित यह एक मीनार और जीत का स्तम्भ  है जो क़ुतुब परिसर का हिस्सा है जिसे साल 1993 में एक विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया है।           यह मीनार अपनी ऊंचाई और उम्र दोनों में अद्वित्य है, 800 साल से अधिक पुराना, क़ुतुब मीनार दुनिया में सबसे ऊँची मीनारों में से एक है।  Qutub Minar - क़ुतुब मीनार     इसके आसपास के पुरातात्विक क्षेत्र में ओर भी रोचक और ऐतिहासिक  इमारतें और स्मारक है, जिनमे विशेष रूप से - शानदार अलाइ दरवाज़ा (Alai Gate), लोह स्तम्भ  (Iron Pillar)  और क़ुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद   (Quwwat-ul-Islam)   मुख्य है जिसे 27 हिन्दू और जैन मंदिरों को गिराकर प्राप्त की गई सामग्री से बनाया है।   History of Qutub Minar - क़ुतुब मीनार का इतिहास          क़ुतुब मीनार  अफगानिस्तान में "जाम के मीनार" से प्रेरित है जिसका निर्माण साल 1190 में दिल्ली की मीनार से लगभग एक दशक पहले हुआ था, यह अफ़ग़ान वास्तुकला का एक महत्व

Iron Pillar of Delhi - दिल्ली का लौह स्तंभ

चित्र
Iron Pillar of Delhi - दिल्ली का लौह स्तंभ         दिल्ली के सबसे प्रसिद्ध स्मारक क़ुतुब मीनार के साथ, क़ुतुब परिसर के अंदर स्थित, 24 फीट की ऊंचाई के साथ प्रमुख रूप से खड़ा है एक ऐतिहासिक स्मारक, दिल्ली की एक रहस्यमयी और रोचक पहेली - लौह स्तम्भ या Iron Pillar of Delhi. Iron Pillar of Delhi - दिल्ली का लौह स्तंभ          जो खुद को रहस्यमयी लोहे से निर्मित होने के कारण, सभी को अपनी और आकर्षित करता है, जिसका निर्माण हुआ था 1600 वर्षों से भी पूर्व और जिस पर राजधानी के तापमान और बढ़ते प्रदुषण के बावजूद आज तक जंग नहीं लगा। आमतौर पर खुले में रखे इतने पुराने लौह स्तम्भ को बहुत पहले धुल के ढेर में बदल जाना चाहिए था।         खुली हवा में रखे जाने के बावजूद,  लौह स्तम्भ अभी भी मजबूत है, जो प्राचीन भारत में वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग उन्नति का एक उत्कृष्ट उदहारण प्रस्तुत करता है। यह ' दुनिया के सबसे पुराने रहस्यों में से एक' बन गया है जिसे पुरातत्वविद और सामग्री वैज्ञानिक अभी भी हल करने की कोशिश कर रहे है।         इसी रहस्यमयी पहेली के कारण कुछ लोगों ने लौह स्तम्भ को OOP

Akshardham Temple Delhi - अक्षरधाम मंदिर दिल्ली

चित्र
Akshardham Temple - अक्षरधाम मंदिर          गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स द्वारा दुनिया के सबसे बड़े व्यापक हिन्दू मंदिर के रूप में सम्मानित।         स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर - भगवान का निवास, हिन्दू धर्म का पूजा का घर और भक्ति सिखने एवं सदभाव के लिए समर्पित एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परिसर है। हिन्दू आध्यात्मिक सन्देश, जीवंत भक्ति परम्पराएं और प्राचीन वास्तुकला सभी इसकी कला में गूंजती है।         Akshardham Temple  स्वामीनारायण, हिन्दू धर्म के अन्य अवतार, देवता और महान संतो के लिए एक विनम्र श्रद्धांजलि है।   'अक्षरधाम' दो शब्दों से बना है - 'अक्षर' अर्थात शाश्वत और 'धाम' अर्थात निवास यानि ईश्वर का दिव्य निवास। यह भक्ति, पवित्रता और शांति के अनंत स्थान के रूप में प्रतिष्ठित है।  Akshardham Temple        पारम्परिक रूप से बने इस भवन समूह की कल्पना पहली बार 1968 में की गई थी और 6 नवंबर 2005 को प्रधान स्वामी महाराज ने तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ.ए पी जे अब्दुल कलाम, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और लालकृष्ण आडवाणी की उपस्थिति में इसका उद्घाटन किया था। 

Facebook Page